आत्मकथा MCQ Quiz in తెలుగు - Objective Question with Answer for आत्मकथा - ముఫ్త్ [PDF] డౌన్లోడ్ కరెన్
Last updated on Mar 24, 2025
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आत्मकथा Question 1:
'कुछ आपबीती कुछ जग बीती' आत्मकथा के लेखक कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 1 Detailed Solution
'कुछ आपबीती कुछ जग बीती' आत्मकथा के लेखक भारतेंदु हरिश्चंद्र हैं।
Key Pointsकुछ महत्वपूर्ण आत्मकथा:-
- मेरी असफलताएँ (1941)- गुलाब राय
- मेरी आत्म कहानी (1963)- चतुरसेन शास्त्री
- क्या भूलू क्या याद करू (1969)- हरिवंशराय बच्चन
- आज के अतीत (2003)- भीष्म साहनी
Important Points
पूरा नाम | बाबू भारतेन्दु हरिश्चंद्र |
जन्म | 9 सितम्बर सन् 1850 |
जन्म भूमि | वाराणसी, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 6 जनवरी, सन् 1885 |
मृत्यु स्थान | वाराणसी, उत्तर प्रदेश |
कर्म-क्षेत्र | रचनाकार, साहित्यकार |
भाषा | हिन्दी |
प्रमुख्य रचनाएँ:-
- प्रेममालिका (1871)
- प्रेम माधुरी (1875)
- प्रेम-तरंग (1877)
- अंधेर नगरी (1881)
- भारत दुर्दशा (1880)
- प्रेम फुलवारी (1883)
Additional Informationहरिवंशराय बच्चन की मुख्य रचनाएँ:-
- मधुशाला (1935)
- मधुबाला (1936)
- मधुकलश (1937 )
- निशा निमंत्रण (1938)
- सतरंगिनी (1945 )
गुलाब राय की मुख्य रचनाएँ:-
- हिंदी साहित्य का सुबोध इतिहास (1940)
- हिंदी काव्य विमर्श (1947)
- मेरी असफलताएँ (1946)
- सिद्धांत और अध्ययन (1946)
- मन की बाते (1954)
चतुरसेन शास्त्री की मुख्य रचनाएँ:-
- अमर अभिलाषा
- अपराजिता
- धर्मपुत्र
- मेघनाथ
- सिंहगढ़ विजय
- वीरगाथा
आत्मकथा Question 2:
अर्धकथा किसकी आत्मकथा है -
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 2 Detailed Solution
"अर्द्ध कथा" ,"नगेंद्र" जी की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) नगेंद्र सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- इसका रचना वर्ष 1988 ईस्वी है।
- डॉ॰ नगेन्द्र (जन्म: 9 मार्च 1915 अलीगढ़, मृत्यु: 27 अक्टूबर 1999 नई दिल्ली)
इनकी अन्य मौलिक रचनाएं निम्नलिखित हैं:-
अन्य आत्मकथाएं निम्नलिखित हैं:-
आत्मकथा Question 3:
इनमें से एक आत्मकथा नहीं है |
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 3 Detailed Solution
जिंदगी नामा यहाँ सही विकल्प है।
Key Points
- जिंदगी नामा उपन्यास एक आत्मकथा परक खूबसूरत उपन्यास है।
- लेखिका - कृष्णा सोबती
- इसका प्रकाशन वर्ष 1979 ई है।
- इस उपन्यास के लिए कृष्णा जी ने 25 वर्ष केस लड़ा था।
Additional Information
- दस्तक जिन्दगी की : आत्मकथा ->1990 प्रतिभा अग्रवाल
- अर्द्धकथानक : आत्मकथा ->1641 बनारसी दास जैन
- ग़ालिब छूटी शराब : आत्मकथा -> 1997 रविन्द्र कालिया
आत्मकथा Question 4:
असंगत युग्म कौन सा है ?
|
लेखक |
आत्मकथा |
a) |
सुशीला टकभोरे |
शिकंजे का दर्द |
b) |
ओमप्रकाश वाल्मीकि |
जूठन |
c) |
तुलसीराम |
मेरा बचपन मेरे कंधे पर |
d) |
माता प्रसाद |
बेवक्त गुज़र गया माली |
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 4 Detailed Solution
- c और d असंगत युग्म हैं, तुलसीराम की आत्मकथा है - मुर्दहिया (2010), मणिकर्णिका (2013)।
- माता प्रसाद की आत्मकथा है - झोपड़ी से राजभवन (2002)।
- मेरा बचपन मेरे कंधे पर' (सन् 2009) और 'बेवक्त गुज़र गया माली' (सन् 2006) श्यौराज सिंह बेचैन की आत्मकथा है।
- सुशीला टकभोरे ने शिकंजे का दर्द आत्मकथा 2011 में लिखी।
- 1997 ई. में ओमप्रकाश वाल्मीकि ने जूठन लिखी।
आत्मकथा Question 5:
असंगत युग्म कौन सा है ?
a) |
मोहनदास नैमिशराय |
संतप्त |
b) |
तुलसीराम |
मुर्दहिया |
c) |
सूरजपाल सिंह |
तिरस्कृत |
d) |
धर्मवीर |
मेरी पत्नी और भेड़िया |
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 5 Detailed Solution
- संतप्त मोहनदास नैमिशराय की रचना नही है।
- मोहनदास नैमिशराय की रचना है अपने - अपने पिंजरे (1995 ई. दो भाग में)।
- संतप्त सन् 2002 में सूरजपाल सिंह चौहान ने लिखी है।
- अर्धकथा हिंदी का प्रथम प्राचीनतम आत्मकथा है।
आत्मकथा Question 6:
निम्न से दलित आत्मकथा है -
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 6 Detailed Solution
"मेरी पत्नी और भेड़िया", "दलित आत्मकथा" है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) मेरी पत्नी और भेड़िया सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- मेरी पत्नी और भेड़िया "धर्मवीर" की रचना है।
- रचना वर्ष:- 2009
Additional Information
दलित आत्मकथाएं निम्नलिखित हैं:-
आत्मकथा Question 7:
निम्नलिखित में से हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित आत्मकथा-खण्डों का शीर्षक नहीं है :
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 7 Detailed Solution
हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित आत्मकथा-खण्डों का शीर्षक नहीं है- दिन जल्दी-जल्दी ढलता है।
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है-
- रचनाकार-हरिवंशराय बच्चन
- विधा-काव्य
- मुख्य-
- इस कविता में अकेलेपन की कुंठा व प्रेम की व्याकुलता को प्रकट किया गया है।
- कवि समय का महत्व बताते हुए कहते है कि समय किसी का इंतजार नहीं करता, समय परिवर्तन शील है।
Key Pointsहरिवंशराय बच्चन-
- जन्म-1907-2003 ई.
- बच्चन जी की आत्मकथा 4 भागों में प्रकाशित हुई हैं।
- आत्मकथा-
- क्या भूलूँ क्या याद करूँ(1969 ई.)
- नीड़ का निर्माण फिर(1970 ई.)
- बसेरे से दूर(1978 ई.)
- दशद्वार से सोपान तक(1985 ई.)
Important Pointsहरिवंशराय बच्चन-
- इन्हें हिन्दी में हालावाद का प्रवर्तक माना जाता है।
- इन्हें प्रेम व मस्ती की काव्य रचनाएँ की है।
- काव्य रचनाएँ-
- मधुशाला(1935 ई.)
- मधुबाला(1936 ई.)
- मधुकलश(1937 ई.)
- निशा निमंत्रण(1938 ई.)
- एकांत संगीत(1939 ई.)
- सतरंगिनी(1945 ई.)
- बंगाल का आकाल(1946 ई.) आदि।
आत्मकथा Question 8:
'क्या भूलूँ क्या याद करूँ' में लेखक ने अपने पिता के किस प्रकार के गीता - वाचन का उल्लेख किया है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 8 Detailed Solution
'क्या भूलूँ क्या याद करूँ' में लेखक ने अपने पिता के गीता - वाचन का उल्लेख किया है-मौन रहकर|
Key Points
- क्या भूलूं क्या याद करूँ-हरिवंश राय बच्चन की बहुप्रशंसित आत्मकथा तथा हिन्दी साहित्य की एक कालजयी कृति है।
- यह चार खण्डों में हैः 'क्या भूलूँ क्या याद करूँ', नीड़ का निर्माण फिर', 'बसेरे से दूर' और 'दशद्वार से सोपान तक'।
- प्रमुख पंक्तियाँ-अगणित उन्मादों के क्षण हैं,
अगणित अवसादों के क्षण हैं,
रजनी की सूनी घड़ियों को किन-किन से आबाद करूँ मैं!
क्या भूलूँ, क्या याद करूँ मैं!
Important Points
- हरिवंशराय बच्चन को हिंदी में हालावाद का प्रवर्तक माना जाता है।
- अन्य रचनाएँ-तेरा हार (1929),मधुशाला (1935)★,मधुबाला (1936)★,मधुकलश (1937)★,आत्म परिचय (1937),निशा निमंत्रण ★(1938),एकांत संगीत (1939),आकुल अंतर (1943)आदि।
Additional Information
- धर्मवीर भारती ने इसे हिन्दी के हज़ार वर्षों के इतिहास में ऐसी पहली घटना बताया जब अपने बारे में सब कुछ इतनी बेबाकी, साहस और सद्भावना से कह दिया है।
- डॉ॰ हजारीप्रसाद द्विवेदी के अनुसार- इसमें केवल बच्चन जी का परिवार और उनका व्यक्तित्व ही नहीं उभरा है, बल्कि उनके साथ समूचा काल और क्षेत्र भी अधिक गहरे रंगों में उभरा है।
आत्मकथा Question 9:
' मुड़ - मुड़ कर देखता हूँ किस विधा की रचना है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 9 Detailed Solution
- मुड़ - मुड़ कर देखता हूँ आत्मकथा है ।
- यह आत्मकथा राजेंद्र यादव की है ।
- यह वर्ष 2001 में लिखी गयी थी ।
Additional Information
दलित आत्मकथाएं निम्नलिखित हैं:-
आत्मकथा Question 10:
अन्या से अनन्या किसकी आत्मकथा है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आत्मकथा Question 10 Detailed Solution
- अन्या से अनन्या ( 2007 ) प्रभा खेतान की आत्मकथा है ।
Key Points
- हरिवंशराय बच्चन के अनुसार - " जीवन की एक तस्वीर है आत्मकथा " ।
- अंग्रेज़ी भाषा के शब्द ऑटोबायोग्राफी को हिंदी में आत्मकथा कहते हैं ।
- बनारसी दास कृत अर्धकथानक को हिंदी की प्रथम आत्मकथा माना जाता है ।
Important Points
- ममता कालिया को कितने शहरों में कितनी बार के लिए सीता पुरस्कार मिला था ।
- अन्य आत्मकथाएं :-
- कृष्णा अग्निहोत्री - लगता नहीं है दिल मेरा , वर्ष - 1997
- ममता कालिया - कितने शहरों में कितनी बार , वर्ष - 2011
- अनीता राकेश - सतरें और सतरें