प्रेमचंदोत्तर युग MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for प्रेमचंदोत्तर युग - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें
Last updated on Apr 21, 2025
Latest प्रेमचंदोत्तर युग MCQ Objective Questions
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प्रेमचंदोत्तर युग Question 1:
रेकव (रेक्व) आख्यान नाम से जाना जाने वाला उपन्यास है:-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 1 Detailed Solution
"अनामदास का पोथा "उपन्यास को "रेक्व" के नाम से जाना जाता है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) अनामदास का पोथा सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- अनामदास का पोथा ,आचार्य हज़ारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित एक उपन्यास है।
- इस उपन्यास में उपनिषदों की पृष्ठभूमि में चलती एक बहुत ही मासूम सी प्रेमकथा का वर्णन है।
- हजारीप्रसाद द्विवेदी (19 अगस्त 1907 - 19 मई 1979) हिन्दी निबन्धकार, आलोचक और उपन्यासकार थे।
- 1957 में राष्ट्रपति द्वारा 'पद्मभूषण' की उपाधि से सम्मानित किये गये।
- 1973 में 'आलोक पर्व' निबन्ध संग्रह के लिए उन्हें 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
- इनके निबंध संग्रह निम्नलिखित हैं:-
- अशोक के फूल (1948)
- कल्पलता (1951)
- विचार और वितर्क (1954)
- विचार-प्रवाह (1959)
- कुटज (1964)
- विश के दन्त
- कल्पतरु
- गतिशील चिंतन
- साहित्य सहचर
Additional Information
उपन्यास:-
प्रेमचंदोत्तर युग Question 2:
“मुझे उन लोगों से ज़रा भी हमदर्दी नहीं है, जो बातें तो करते हैं कम्यूनिस्टों की-सी, मगर जीवन है रईसों का-सा, उतना ही विलासमय, उतना ही स्वार्थ से भरा हुआ।” - यह कथन किस उपन्यास का है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 2 Detailed Solution
“मुझे उन लोगों से ज़रा भी हमदर्दी नहीं है, जो बातें तो करते हैं कम्यूनिस्टों की-सी, मगर जीवन है रईसों का-सा, उतना ही विलासमय, उतना ही स्वार्थ से भरा हुआ।” - यह कथन गोदान उपन्यास का है।
उपर्युक्त संवाद गोदान उपन्यास में मेहता ने रायसाहब को कही है।
- गोदान, प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है।
- कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं।
- इसका प्रकाशन 1936 ई. में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई द्वारा किया गया था। इसमें भारतीय ग्राम समाज एवं परिवेश का सजीव चित्रण है।
Key Pointsगोदान-
- रचनाकार-प्रेमचंद
- प्रकाशन वर्ष-1936 ई.
- विधा- उपन्यास
- मुख्य पात्र-
- होरी
- राय साहब
- मेहता
- मालती
- गोविंदी आदि।
Important Pointsप्रेमचंद-
- जन्म-1880-1936 ई.
- प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने हिन्दी समाचार पत्र जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन किया।
- प्रमुख रचनाएँ-
- सेवासदन- (1918)
- प्रेमाश्रम (1922)
- रंगभूमि (1925)
- निर्मला (1925)
- कायाकल्प (1926)
- प्रतिज्ञा (1927)
- गबन (1928)
- कर्मभूमि (1932)
- गोदान (1936) आदि।
प्रेमचंदोत्तर युग Question 3:
प्रेमचन्द का उपन्यास है:-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 3 Detailed Solution
रंगभूमि, प्रेमचंद का उपन्यास है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) रंगभूमि सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं। जददरो
- रंगभूमि लेखक-मुंशी प्रेमचंद पूँजीवाद के साथ जनसंघर्ष व बदलाव की महान गाथा है प्रेमचंद की ‘रंगभूमि’।
Important Points
- धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं।
- प्रेमचंद के साहित्यिक जीवन का आरंभ 1901 से हो चुका था आरंभ में वे नवाब राय के नाम से उर्दू में लिखते थे।
- उनका पहला उपलब्ध लेखन उर्दू उपन्यास 'असरारे मआबिद' है।
प्रेमचंद जी के प्रमुख उपन्यास निम्नलिखित हैं:-
प्रेमचंदोत्तर युग Question 4:
निम्न में से मन्नू भंडारी का उपन्यास है:-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 4 Detailed Solution
"आपका बंटी", "मन्नू भंडारी" का उपन्यास है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) आपका बंटी सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं
- आपका बंटी उपन्यास बाल मनोविज्ञान पर आधारित है।
- इसका प्रकाशन वर्ष 1979 ईस्वी है।
- प्रमुख पात्र:- बंटी, शकुन, अजय, वकील चाचा, फूफी, डा. जोशी, अमी और जोत
- इस उपन्यास से स्त्री विमर्श को सही धरातल पर समझा जा सकता है।
- मन्नू भंडारी (जन्म 3 अप्रैल 1931) हिन्दी की सुप्रसिद्ध कहानीकार हैं।
- मन्नू भंडारी के अन्य उपन्यास
- एक इंच मुस्कान(1962) :-
- लेखक और पति राजेंद्र यादव के साथ लिखा गया उनका उपन्यास एक इंच मुस्कान "पढ़े लिखे आधुनिक लोगों की एक दुखांत प्रेमकथा है जिसका एक-एक अंक लेखक-द्वय ने क्रमानुसार लिखा।"
- महाभोज (1979) :-
- यह उपन्यास नौकरशाही और राजनीति में व्याप्त भ्रष्टाचार के बीच आम आदमी की पीड़ा को उद्घाटित करता है।
- एक इंच मुस्कान(1962) :-
प्रेमचंदोत्तर युग Question 5:
अज्ञेय कृत 'शेखर : एक जीवनी' उपन्यास का दूसरा भाग कब प्रकाशित हुआ था ?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 5 Detailed Solution
अज्ञेय कृत 'शेखर : एक जीवनी' उपन्यास का दूसरा भाग 1944 ई. में प्रकाशित हुआ था।
Key Pointsशेखर : एक जीवनी-
- रचनाकार-अज्ञेय
- विधा-उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष-
- पहला भाग-1940 ई.
- दूसरा भाग-1944 ई.
- विषय-
- इसमें नायक शेखर के व्यक्तित्व को रेखांकित किया गया है।
- शेखर के बाल,वय: संधि और किशोर मन का मनोवैज्ञानिक अंकन किया गया है।
- पूर्व दीप्ति शैली में लिखित उपन्यास है।
- 'प्रकाशमान पुच्छल तारा' कहकर इसकी आलोचना की गई है।
Important Pointsअज्ञेय-
- जन्म-1911-1987 ई.
- प्रमुख मनोविश्लेषणवादी उपन्यासकार है।
- उपन्यास-
- नदी के द्वीप(1951 ई.)
- अपने-अपने अजनबी(1961 ई.) आदि।
प्रेमचंदोत्तर युग Question 6:
निम्नलिखित मे से किस उपन्यास मे 'लाला मदनमोहन' के दीवानखाने का वर्णन किया गया है
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 6 Detailed Solution
लाला मदनमोहन परीक्षागुरू उपन्यास के मुख्य पात्र हैं जो कि महाजनी संस्कृति के प्रतीक हैंI यहाँ उन्हीं के दीवानखाने का वर्णन किया गया हैI
Key Points
- हिन्दी का पहला मौलिक उपन्यास I
- लेखक - लाला श्रीनिवासदास
- प्रकाशन - 1882 I
- इसमें दिल्ली के सेठ मदनमोहन की कहानी है जो कुसंगति के कारण अपना धन बर्बाद कर देते हैं और फिर एक मित्र के प्रयासों द्वारा कुसंगति से बहार निकलते हैंI
- इस उपन्यास के माध्यम से लेखक ने यह सन्देश दिया है कि सच्चे मित्र की पहचान विपत्ति में होती है और परीक्षा ही सबसे बड़ा गुरु हैI
- पात्र - लाला मदनमोहन, वकील बृजकिशोर, मुंशी चुन्नीलाल, मास्टर शम्भूदयाल, पुरुषोत्तमदास आदि I
Additional Information
- भाग्यवती - श्रद्धाराम फिलौरी - 1877 में प्रकाशित हुआI
- नूतन ब्रह्मचारी - बालकृष्ण भट्ट - 1886 में प्रकाशित हुआI
- श्यामा स्वप्न- ठाकुर जगमोहन सिंह - 1888 में प्रकाशित हुआI
प्रेमचंदोत्तर युग Question 7:
शेखर एक जीवनी के प्रथम भाग में कौन सा खंड नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 7 Detailed Solution
बन्धन और जिज्ञासा, शेखर एक जीवनी के प्रथम भाग में खंड नहीं है।
- शेखर: एक जीवनी (प्रथम भाग : उत्थान)
- उषा और ईश्वर
- बीज और अंकुर
- प्रकृति और पुरूष
- पुरूष और परिस्थिति।
- शेखर: एक जीवनी (द्वितीय भाग : संघर्ष)
- रूष और परिस्थिति,
- बन्धन और जिज्ञासा
- शशि और शेखर
- धागे-रस्सी, रस्सियाँ, गुन्झर।
Key Points
- यह जीवनी रुपी उपन्यास अज्ञेय द्वारा लिखा गया है।
- जिसमें शेखर मुख्य पात्र हैI
- इसके दो भाग हैंI
- प्रथम भाग का प्रकाशन 1941 - उत्थान
- दूसरे भाग का प्रकाशन 1944 - संघर्ष
- यह एक मनोवैज्ञानिक उपन्यास है।
Additional Information
- अज्ञेय का पूरा नाम - सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
- अज्ञेय महत्वपूर्ण रचनाएँ निम्न है:-
- हरी घास पर क्षण भर - कविता संग्रह - सन् 1949
- 1964 में आँगन के पार द्वार पर साहित्य अकादमी पुरस्कार
- 1979 में कितनी नावों में कितनी बार पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ।
प्रेमचंदोत्तर युग Question 8:
निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 8 Detailed Solution
रागदरबारी - फणीश्वरनाथ रेणु, युग्म गलत है।
- राग दरबारी श्री लाल शुक्ल जी का प्रसिद्ध उपन्यास है।
Key Points
- राग दरबारी : शिवपाल गंज का चित्रण
- ‘राग दरबारी’ का लेखन 1964 के अन्त में शुरू हुआ और अपने अन्तिम रूप में 1967 में समाप्त हुआ।
- 1968 में इसका प्रकाशन हुआ और 1969 में इस पर श्रीलाल शुक्ल को "साहित्य अकादमी" का पुरस्कार मिला।
- 1986 में एक दूरदर्शन-धारावाहिक के रूप में इसे लाखों दर्शकों की सराहना प्राप्त हुई।
Additional Information
- फणीश्वर नाथ रेणु के उपन्यास:
- मैला आंचल - सन् 1954
- परिती कथा - सन् 1957
- दीर्घतपा - सन् 1963
- जुलुस - सन् 1965
- पलटू बाबू रोड - सन् 1971
प्रेमचंदोत्तर युग Question 9:
'मैला आंचल' उपन्यास के पात्र नहीं है -
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 9 Detailed Solution
'मैला आंचल' उपन्यास के पात्र-2) श्रीधर और सरस्वती नहीं है।
Important Points
- फणीश्वरनाथ रेणु की कालजयी कृति 'मैला आँचल' हिंदी का श्रेष्ठ और सशक्त आंचलिक उपन्यास है।
- इसका प्रकाशन वर्ष-1954 है।
- इस उपन्यास की कथावस्तु बिहार राज्य के पूर्णिया जिले के मेरीगंज की ग्रामीण जिंदगी से सम्बंधित है।
Hint
पात्र |
पात्र परिचय |
प्रशांत |
डॉक्टर,प्रमुख पात्र |
कालीचरण |
मेरीगंज के जागरण का दूसरा महत्तवपूर्ण पात्र |
कमली |
स्त्री पत्रों में प्रमुख पात्र |
सुमरितदास |
गौण पात्र |
हरगौरी सिंह |
तहसीलदार |
मंगलादेवी |
चरखा सेंटर की मास्टरनी |
प्रेमचंदोत्तर युग Question 10:
'झूला नट' उपन्यास की रचनाकार है:
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 10 Detailed Solution
- झूला नट उपन्यास की रचना मैत्रेयी पुष्पा जी की है, अत: सही विकल्प 1) मैत्रेयी पुष्पा ही।
- यह मैत्रेयी पुष्पा जी का एक प्रसिद्ध उपन्यास है।
Key Points
मैत्रेयी पुष्पा जी की अन्य प्रसिद्ध रचनाएँ-
- 'कस्तूरी कुंडली बसैं'
- 'बेतवा बहती रही'
- 'स्मृति दंश', 'फैसला'
- 'सिस्टर'
- 'अब फूल नहीं खिलते'
- गुड़िया भीतर गुड़िया (आत्मकथा)