Question
Download Solution PDFनिम्नलिखित कौन सा एक कथन सटीक है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है- A, तथा B DNA कुण्डलीयां दायावर्त होता है, Z DNA कुण्डली बामावर्त होता है।
Key Points
- 1953 में जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रिक द्वारा प्रस्तावित DNA का द्वी-कुंडलित मॉडल, B-DNA का था।
B-DNA -
- यह जीवित जीवों में DNA का सबसे सामान्य रूप है।
- इसमें दायावर्त द्वी-कुंडलित है जिसमें प्रति चक्र लगभग 10 क्षार युग्म होते हैं।
- यह वाटसन-क्रिक क्षार पेयरिंग नियमों का पालन करता है, जिसमें एडेनिन (A) दो हाइड्रोजन आबंध का उपयोग करके थाइमिन (T) के साथ युग्मन करता है, और गुआनिन (G) तीन हाइड्रोजन आबंध का उपयोग करके साइटोसिन (C) के साथ युग्मन करता है।
- इसमें एक चौड़ी और गहरी मुख्य नाली तथा एक संकीर्ण और उथली छोटी नली होती है, जो DNA स्थानांतरण के दौरान विभिन्न प्रोटीनों और अणुओं के साथ अंतःक्रिया की अनुमति देती है।
- यह DNA प्रतिकृति, प्रतिलेखन और प्रोटीन संश्लेषण जैसी प्रक्रियाओं में प्रयुक्त विशिष्ट संरचना है।
A-DNA -
- यह दायावर्त द्वी-कुंडलित है, जो B-DNA के समान है, लेकिन अधिक सघन और चौड़ी संरचना वाला है।
- B-DNA की तुलना में इसका कुंडलित मोड़ छोटा और अधिक सघन होता है।
- क्षार-युग्मन B-DNA के समान है।
- B-DNA की तुलना में इसमें मुख्य खांचा अधिक गहरा और संकरा तथा लघु खांचा अधिक चौड़ा होता है।
- A-DNA निर्जलीकरण, उच्च नमक सांद्रता, या कुछ धातु आयनों की उपस्थिति की स्थिति में अनुकूल होता है।
- यद्यपि A-DNA जीवित कोशिकाओं में प्रमुख रूप नहीं है, फिर भी यह DNA प्रतिकृति और मरम्मत जैसी प्रक्रियाओं के दौरान अस्थायी रूप से बन सकता है।
Z-DNA -
- यह एक बामावर्त द्वी-कुंडलित है, जो इसे A-DNA और B-DNA दोनों से काफी अलग बनाता है।
- यह प्यूरीन और पिरिमिडीन क्षारों के प्रत्यावर्तन के कारण ज़िग-ज़ैग पैटर्न बनाता है।
- क्षार युग्मन A और B-DNA दोनों से भिन्न है, क्योंकि साइटोसिन (C) ग्वानिन (G) क्षारों के साथ "रिवर्स" वाटसन-क्रिक तरीके से युग्मन बनाता है, जहां G, C के साथ हूगस्टीन क्षार युग्मन का उपयोग करता है।
- इसमें उथली और चौड़ी मुख्य नाली तथा संकीर्ण और गहरी लघु नाली होती है।
- यह रूप उच्च नमक सांद्रता या वैकल्पिक प्यूरीन-पाइरीमिडीन अनुक्रम वाले क्षेत्रों में पसंद किया जाता है।
- A-DNA और B-DNA की तुलना में यह जीवित कोशिकाओं में कम आम है; इसे जीन विनियमन के साथ जोड़ा गया है, विशेष रूप से अनुलेखन और क्रोमेटिन रीमॉडलिंग जैसे संदर्भों में।
Additional Information
विशेषताएँ | A-DNA | B-DNA | Z- DNA |
कुण्डली दिशा | दायांवर्त | दायांवर्त | बामावर्त |
प्रति चक्कर औसत bp | 11 | 10 | 12 |
प्रत्येक bp के बीच की दूरी | 0.26 nm | 0.34 nm | 0.37 nm |
व्यास | 2.3 nm | 1.9 nm | 1.8 nm |
समग्र आकार | छोटा और चौड़ा | लंबा और संकीर्ण | लम्बा और संकीर्ण |
आवश्यक शर्तें | 75% पानी | 92% पानी | प्यूरीन और पिरिमिडीन क्षार का वैकल्पिक प्रयोग |
Last updated on Jul 8, 2025
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