दलित कहानीकार MCQ Quiz - Objective Question with Answer for दलित कहानीकार - Download Free PDF
Last updated on Jun 27, 2025
Latest दलित कहानीकार MCQ Objective Questions
दलित कहानीकार Question 1:
उषा प्रियवंदा की रचना है:-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 1 Detailed Solution
"वापसी", "उषा प्रियंवदा" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (1) वापसी सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- उषा प्रियंवदा (जन्म 25 दिसम्बर 1930) प्रवासी हिंदी साहित्यकार हैं।
- कहानी संग्रहः
- वनवास
- कितना बड़ा झूठ
- शून्य
- जिन्दग़ी और गुलाब के फूल
- एक कोई दूसरा
- मेरी प्रिय कहानियाँ
- संपूर्ण कहानियां
- उपन्यासः -
- पचपन खंभे लाल दीवारे (1961)
- रुकोगी नहीं राधिका (1967)
- शेषयात्रा (1984)
- अंतर्वंशी (2000)
- भया कबीर उदास (2007)
- नदी (2013)
Additional Information
- टूटना, राजेंद्र यादव की रचना है।
- मछलियां, विनोद कुमार की रचना है।
- दूध का दाम, प्रेमचंद की रचना है।
दलित कहानीकार Question 2:
उषा प्रियवंदा की रचना है:-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 2 Detailed Solution
"वापसी", "उषा प्रियंवदा" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (1) वापसी सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- उषा प्रियंवदा (जन्म 25 दिसम्बर 1930) प्रवासी हिंदी साहित्यकार हैं।
- कहानी संग्रहः
- वनवास
- कितना बड़ा झूठ
- शून्य
- जिन्दग़ी और गुलाब के फूल
- एक कोई दूसरा
- मेरी प्रिय कहानियाँ
- संपूर्ण कहानियां
- उपन्यासः -
- पचपन खंभे लाल दीवारे (1961)
- रुकोगी नहीं राधिका (1967)
- शेषयात्रा (1984)
- अंतर्वंशी (2000)
- भया कबीर उदास (2007)
- नदी (2013)
Additional Information
- टूटना, राजेंद्र यादव की रचना है।
- मछलियां, विनोद कुमार की रचना है।
- दूध का दाम, प्रेमचंद की रचना है।
दलित कहानीकार Question 3:
उषा प्रियवंदा की रचना है:-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 3 Detailed Solution
"वापसी", "उषा प्रियंवदा" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (1) वापसी सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- उषा प्रियंवदा (जन्म 25 दिसम्बर 1930) प्रवासी हिंदी साहित्यकार हैं।
- कहानी संग्रहः
- वनवास
- कितना बड़ा झूठ
- शून्य
- जिन्दग़ी और गुलाब के फूल
- एक कोई दूसरा
- मेरी प्रिय कहानियाँ
- संपूर्ण कहानियां
- उपन्यासः -
- पचपन खंभे लाल दीवारे (1961)
- रुकोगी नहीं राधिका (1967)
- शेषयात्रा (1984)
- अंतर्वंशी (2000)
- भया कबीर उदास (2007)
- नदी (2013)
Additional Information
- टूटना, राजेंद्र यादव की रचना है।
- मछलियां, विनोद कुमार की रचना है।
- दूध का दाम, प्रेमचंद की रचना है।
दलित कहानीकार Question 4:
इन महिला कहानींकारों को उनकी कहानियों के साथ सुमेलित कीजिए
1-कहानिकार |
2-कहानियाँ |
1. ममता कालिया |
i. कहानी की तलाश में |
2. नासिरा शर्मा |
ii. अंतिम चढ़ाई |
3. अलका सरावगी |
iii. उसका यौवन |
4. मेहरुन्निसा परवेज |
iv. तीसरी हथेली |
|
v. पत्थर गली |
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 4 Detailed Solution
उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 1 सही है।
कहानीकार |
कहानियाँ |
ममता कालिया |
उसका यौवन (1985) |
नासिरा शर्मा |
पत्थर गली (1986) |
अलका सरावगी |
कहानी की तलाश में (1995) |
मेहरुन्निसा परवेज |
अंतिम चढ़ाई (1982) |
- तीसरी हथेली, राजी सेठ का कहानी संग्रह है।
- रचना वर्ष :- 1981, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
- राजी सेठ की अन्य कहानियाँ व कहानी संग्रह :-
- अंधे मोड़ से आगे, कहानी संग्रह, 1979
- यात्रा-मुक्त, कहानी संग्रह, 1987
- दूसरे देशकाल में, कहानी संग्रह, 1992
- यह कहानी नहीं, कहानी संग्रह, 1998
- किसका इतिहास, कहानी संचयन, 2002
- गमे-हयात ने मारा, कहानी संग्रह, 2006
- ख़ाली लिफाफा, कहानी संग्रह, 2007
Important Points
- ममता कालिया के कहानी संग्रह
- छुटकारा (1969), एक अदद औरत(1979), सीट नं. छ:(1978), उसका यौवन (1985), जाँच अभी जारी है, प्रतिदिन (1983), मुखौटा(2002), निर्मोही, थिएटर रोड के कौए, पच्चीस साल की लड़की।
- नासिरा शर्मा के कहानी संग्रह
- शामी कागज, पत्थर गली (1986), संगसार (1993), इब्ने मरियम (1994),सबीना के चालीस चोर (1997), खुदा की वापसी (1998), इंसानी नस्ल (2001), दूसरा ताजमहल (2002)
- मुहरुन्निसा पकरवेज़ के कहानी संग्रह
- आदम और हव्वा(1972), टहनियों पर धूप (1977), गलत पुरुष(1978), फाल्गुनी(1978), अंतिम चढ़ाई (1982) सोने का बेसर, अयोध्या से वापसी, एक और सैलाब, कोई नहीं, कानी बाट, ढहता कुतुबमीनार, रिश्ते, अम्मा (1997) समर (1999), लाल गुलाब (2006)
- अलका सरावगी के कहानी संग्रह
- कहानी की तलाश में (1995)
- दूसरी कहानी (2002)
दलित कहानीकार Question 5:
निम्नलिखित में से कौनसा युग्म अनुपयुक्त है ?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 5 Detailed Solution
अनुपयुक्त युग्म है- सूर्यबाला - पटाक्षेप
पटाक्षेप-
- रचनाकार-मालती जोशी
- विधा-कहानी
- प्रकाशन वर्ष-1978 ई.
Key Pointsसूर्यबाला-
- जन्म-1944 ई.
- कहानियाँ-
- एक इन्द्रधनुष जूबेदा के नाम(1977 ई.)
- दिशाहीन थाली भर चाँद(1988 ई.)
- मुँडेर पर(1990 ई.)
- कात्यायनी संवाद(1996 ई.) आदि।
Important Pointsअन्य कहानियाँ हैं-
रचनाकार | रचना | प्रकाशन वर्ष |
राजी सेठ | यात्रा मुक्त | 1987 ई. |
मंजुल भगत | अंतिम बयान | 2001 ई. |
मेहरुन्निसा परवेज | लाल गुलाब | 2006 ई. |
Additional Informationराजी सेठ-
- जन्म-1935 ई.
- कहानियाँ-
- अंधे मोड़ से आगे(1979 ई.)
- तीसरी हथेली(1981 ई.)
- यह कहानी नहीं(1998 ई.) आदि।
मंजुल भगत-
- जन्म-1936 ई.
- कहानियाँ-
- गुलमोहर के गुच्छे(1974 ई.)
- टूटा हुआ इन्द्रधनुष(1976 ई.)
- आत्महत्या के पहले(1979 ई.)
- सफेद कौआ(1986 ई.) आदि।
मेहरुन्निसा परवेज-
- जन्म-1944 ई.
- कहानियाँ-
- आदम और हव्वा(1972 ई.)
- फाल्गुनी(1978 ई.)
- गलत पुरुष(1978 ई.)
- समर(1999 ई.) आदि।
मालती जोशी-
- जन्म-1934 ई.
- कहानियाँ-
- मध्यांतर(1977 ई.)
- पराजय(1979 ई.)
- एक घर सपनों का(1985 ई.)
- औरत एक रात है(2001 ई.) आदि।
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निम्नलिखित में से 'महादेवी वर्मा' की रचना हैः
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF'मेरे बचपन के दिन' 'महादेवी वर्मा' की रचना है।
Key Points
- महादेवी वर्मा छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक मानी जाती हैं।
- इनकी अन्य रचनायें -दीपशिखा,यामा,सप्तपर्णा,अतीत के चलचित्र,स्मृति की रेखाएं,गिल्लू,श्रृंखला की कड़ियाँ आदि हैं।
Additional Information
- एक कहानी यह भी - यह मन्नू भंडारी द्वारा रचित रचना है।
- उसने कहा था - यह चन्द्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा सुप्रसिद्ध रचना है।
- लाख की चूड़ियाँ - यह कामतानाथ द्वारा रचित रचना है।
तपेदिक की मरीज 'मन्नों' की कथा किस कहानी में चित्रित है ?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF- तपेदिक की मरीज मन्नो बादलों के घेरे कहानी में चित्रित है ।
- यह कहानी कृष्णा सोबती( 1925 - 2019 ई. ) द्वारा लिखित है ।
Key Points
- 2017 में कृष्ण सोबती को ज्ञानपीठ पुरस्कार ( संपूर्ण साहित्य के लिए ) से सम्मानित किया गया ।
- यह कहानी उनके काव्य संग्रह बादलों ( 1980 ई. ) के घेरे में संकलित है ।
Additional Information
- सुहागिनें - मोहन राकेश
- जिंदगी और गुलाब - उषा प्रियंवदा
- मैं हार गयी - मन्नू भंडारी
'सृजन' के आधार पर सुभद्रा कुमारी चौहान के कहानी-संग्रह का नाम बताइए।
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDF'सृजन' के आधार पर सुभद्रा कुमारी चौहान के कहानी-संग्रह का नाम है-बिखरे मोती।
- बिखरे मोती-
- विधा-कहानी संग्रह
- रचनाकार-सुभद्रा कुमारी चौहान
- प्रकाशन वर्ष-1904 ई.
Key Pointsसुभद्रा कुमारी चौहान-
- जन्म-1904-1948 ई.
- अन्य कहानी संग्रह-
- उन्मादिनी(1934 ई.) आदि।
- सृजन पुस्तक में इनकी कविता 'मेरा नया बचपन' संकलित है।
Important Pointsआकाशदीप-
- रचनाकार-जयशंकर प्रसाद
- प्रकाशन वर्ष-1928 ई.
जयदोल-
- रचनाकार-अज्ञेय
- प्रकाशन वर्ष-1951 ई.
मानसरोवर-
- प्रेमचन्द की कहानियों का संकलन है।
- यह 8 खंडों में प्रकाशित हुआ।
Additional Informationजयशंकर प्रसाद-
- कहानी संग्रह-
- छाया(1912 ई.),प्रतिध्वनि(1926 ई.),आँधी(1931 ई.) आदि।
अज्ञेय-
- कहानी संग्रह-
- विपथगा(1937 ई.),परम्परा(1940 ई.),कोठरी की बात(1945 ई.) आदि।
निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से विकल्प 3 सुमेलित नही है। अन्य सभी विकल्प सुमेलित है।
- 'माई' कहानी प्रभा खेतान जी की नही है।
- यह कहानी ममता कालिया की है।
Key Points
- मैत्रेयी पुष्पा. एक ऐसा नाम जो हिंदी साहित्य में अपनी ही धुन में बहता चला जाता है।
- हिंदी की एकमात्र लेखिका जिन्होंने गांव के ही परिवेश को अपनी कल्पना में शामिल किया, पर ये कल्पना नहीं, हकीकत थी।
- इनकी आत्मकथा दो भागों में है- कस्तुरी कुण्डल बसै (2002), गुड़िया भीतर गुड़िया (2008)
- इनके प्रसिद्ध उपन्यास हैं- बेतवा बहती रही, त्रियाहठ, विजन, अल्मा कबूतरी, स्मृतिदंश, इदनमम, फाइटर की डायरी आदि।
ममता कालिया के उपन्यास निम्नलिखित हैं:-
- कृष्णा सोबती एक प्रसिद्ध हिंदी लेखिका और निबंधकार थीं।
- उन्होंने अपने उपन्यास ज़िंदगीनामा के लिए 1980 में साहित्य अकादमी पुरस्कार जीता था।
- भारतीय साहित्य में उनके योगदान के लिए उन्हें 2017 में ज्ञानपीठ से सम्मानित किया गया था।
- उनकी कुछ प्रसिद्ध कृतियों में डर से बिछुड़ी, मित्रो मरजानी, ज़िंदगीनामा, दिल-ओ-दानिश आदि शामिल हैं।
Additional Information
- प्रभा खेतान के उपन्यास-
- आओ पेपे घर चले, तालाबंदी (1991), अग्निसंभवा (1992), एडस, छिन्नमस्ता (1993), अपने -अपने चहरे (1994), पीली आंधी (1996) और स्त्री पक्ष (1999)
निम्न में से कौन-सा कहानी संग्रह ममता कालिया का नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFआकाशदीप.... कहानी संग्रह ममता कालिया का नहीं है।
- आकाशदीप :- जयशंकर प्रसाद
- ममता कालिया को कितने शहरों में कितनी बार के लिए सीता पुरस्कार मिला था ।
Additional Information
जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ हैं-
- काव्य: झरना, आँसू, लहर, कामायनी, प्रेम पथिक।
- नाटक: स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी, जन्मेजय का नाग यज्ञ, राज्यश्री, अजातशत्रु, विशाख, एक घूँट, कामना, करुणालय, कल्याणी परिणय, अग्निमित्र, प्रायश्चित, सज्जन।
- कहानी संग्रह: छाया, प्रतिध्वनि, आकाशदीप, आँधी, इंद्रजाल।
- उपन्यास : कंकाल, तितली और इरावती।
निम्नलिखित में से किस कहानी में नौकरी के सिलसिले में बाहर रहने के कारण गजाधर बाबू की लंबी अनुपस्थिति उन्हें परिवार के ढांचे से बाहर कर देती है?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF2) वापसी कहानी में नौकरी के सिलसिले में बाहर रहने के कारण गजाधर बाबू की लंबी अनुपस्थिति उन्हें परिवार के ढांचे से बाहर कर देती है।
Important Points
- वापसी कहानी उषा प्रियंवदा द्वारा रचित है।
- इनकी अन्य रचनायें-वनवास,कितना बड़ा झूठ,शून्य,जिन्दगी और गुलाब के फूल,एक कोई दूसरा आदि हैं।
- भीष्म साहनी की ‘चीफ की दावत’ कहानी में मध्यवर्गीय समाज उसके परिवेश और मानसिकता को वास्तविकता के साथ अभिव्यक्त किया है।
- ‘चीफ की दावत’ कहानी का नायक श्यामनाथ दफ्तर की नौकरी पाकर उच्च पद पाने की महत्वाकांक्षा रखने लगा।
Additional Information
- अमरकांत ने दोपहर का भोजन कहानी में सरल और सटीक शब्दों और मुहावरों का प्रयोग किया है।
- कहानीकार के रूप में अमरकांत की ख्याति सन् 1955 में 'डिप्टी कलेक्टरी' कहानी से हुई।
- बूढ़ी काकी कहानी प्रेमचंद द्वारा रचित है।
- प्रेमचंद ने वासदन,प्रेमाश्रम,रंगभूमि,निर्मला,गबन,कर्मभूमि,गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा कफन,पूस की रात,पंच परमेश्वर,बड़े घर की बेटी,बूढ़ी काकी,दो बैलों की कथा आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।
- हिंदी कहानी तथा उपन्यास के क्षेत्र में 1918 से 1936 तक के कालखंड को 'प्रेमचंद युग' कहा जाता है।
'सिक्का बदल गया' के कथाकार हैं-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है - कृष्णा सोबती
Key Pointsसिक्का बदल गया-
- रचनाकार- कृष्णा सोबती
- प्रकाशन वर्ष- 1948 ईo
- विधा- कहानी
- मुख्य पात्र-
- शाहनी ,शाहजी, शेरा ,हुसैना दाऊद आदि।
- विषय-
- भारत पाक विभाजन के कारण होने वाले विस्थापन के दर्द की कहानी।
Additional Informationकृष्णा सोबती-
- जन्म- 1925 - 2019 ईo
- कहानी संग्रह-
- बादलों के घेरे (1980)
- मेरी माँ कहाँ
- दादी अम्मा आदि।
''यही सच है' की कहानीकार कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF''यही सच है' की कहानीकार-3) मन्नू भंडारी हैं।
Important Points
- 'यही सच है' की रचना मन्नू भंडारी ने 1966 में की।
- इन्हें आपका बंटी उपन्यास से लोकप्रियता प्राप्त हुई।
- इनकी अन्य कृतियाँ-एक प्लेट सैलाब,तीन निगाहों की एक तस्वीर,त्रिशंकु,अकेली,महाभोज,एक इंच मुस्कान आदि हैं।
Additional Information
- 'यही सच है' डायरी शैली में लिखी गयी उत्कृष्ट कोटि की कहानी है।
निम्न में कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDF- सरस्वती पत्रिका के प्रकाशन वर्ष (1900 ई.) से प्रायः इतिहासकारों ने 'हिंदी कहानी ' का प्रारंभ माना है ।
- बादलों के घेरे में कहानी संग्रह कृष्णा सोबती द्वारा संग्रहित है ।
- उषा प्रियंवदा की कहानियां - ज़िन्दगी और गुलाब के फूल (1961 ई.), फ़िर बसंत आया (1961 ई.) ।
Key Points
- कृष्णा सोबती ने बादलों के घेरे 1980 ई. में लिखा ।
- जगदम्बा बाबू गाँव आ रहे हैं - 1992 ई. ।
- यही सच है - 1966 ई. ।
- डेफोडिल जल रहे है - 1978 ई. ।
Additional Information
- मन्नू भंडारी की अन्य कहानियां - मैं हार गयी, एक प्लेट सैलाब, त्रिशंकु, तीन निगाहों की एक तस्वीर ।
- चित्रा मुदगल की अन्य कहानियां - ज़हर ठहरा हुआ, अपनी वापसी, भूख, लपटें, पेंटिंग अकेली है ।
- मृदुला गर्ग की अन्य कहानियां - कितनी कैदें, टुकड़ा - टुकड़ा आदमी, उर्फ़ सैम, समागम, मेरे देश की मिट्टी ।
किस रचनाकार की कहानियाँ 'बादलों के घेरे' नामक संग्रह में संकलित हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFबादलों के घेरे में कहानी संग्रह कृष्णा सोबती द्वारा संग्रहित है
- कृष्णा सोबती ने बादलों के घेरे 1980 ई. में लिखा ।
Key Points
- सिक्का बदल गया का रचना वर्ष 1948 ईस्वी है।
- यह नानी का दर्द विभाजन की त्रासदी पर आधारित बनी हुई कहानी है।
- उन्हें 1980 में "साहित्य अकादमी पुरस्कार" तथा 1996 में "साहित्य अकादमी अध्येतावृत्ति" से सम्मानित किया गया था।
Additional Information
अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ-
- जिंदगीनामा - वृहद् उपन्यास - 1979ई - साहित्य अकादमी - 1980ई
- दिलो दानिश - 1993ई
- बादलो के घेरे - 1980ई