इतिहास लेखक व ग्रंथ MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for इतिहास लेखक व ग्रंथ - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें
Last updated on Mar 22, 2025
Latest इतिहास लेखक व ग्रंथ MCQ Objective Questions
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इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 1:
वृंदावनलाल वर्मा हैं :
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर 'ऐतिहासिक उपन्यासकार' है।
Key Points
- वृंदावनलाल वर्मा 'ऐतिहासिक उपन्यासकार' हैं।
- वृंदावनलाल वर्मा जी की इतिहास, कला, पुरातत्त्व, मनोविज्ञान, साहित्य, चित्रकला एवं मूर्तिकला में विशेष रुचि थी।
अन्य विकल्प:
- मनोविश्लेषणात्मक उपन्यासकार - जैनेन्द्र कुमार, इलाचन्द्र जोशी और अज्ञेय हैं।
- जासूसी उपन्यासकार - वेदप्रकाश शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, सुरेंद्र मोहन पाठक और वेदप्रकाश काम्बोज शुमार हैं।
Additional Information
- वृन्दावन लाल वर्मा (1889-1969) ने हालाकि सामाजिक उपन्यास भी लिखे हैं, लेकिन उनका नाम ऐतिहासिक उपन्यासों लेखन में विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
- उन्होंने एक तरफ प्रेमचंद की सामाजिक परंपरा को आगे बढ़ाया है तो दूसरी तरफ हिन्दी में ऐतिहासिक उपन्यास की धारा को उत्कर्ष तक पहुँचाया है।
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 2:
हिंदी साहित्य में 'कलम का जादूगर' किसे कहा जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 2 Detailed Solution
रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं
- रेखा चित्र - माटी की मूरतें ,लाल तारा
- संस्मरण - जंजीरें और दीवारें, मील के पत्थर
- कहानी - चिता के फूल
- उपन्यास - पतितों के देश में
- यात्रा वृतांत - पैरों में पंख बांधकर, उड़ते चलें
- नाटक - आम्रपाली ,सीता की मां, रामराज्य
- निबंध - गेहूं और गुलाब, बंदे बाणी ,विनायक मसाल
- जीवनी - महाराणा प्रताप ,जयप्रकाश नारायण, कार्ल मार्क्स
Additional Informationलेखक परिचय - आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
- आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी हिन्दी के महान साहित्यकार, पत्रकार एवं युगप्रवर्तक थे।
- उन्होंने हिंदी साहित्य की अविस्मरणीय सेवा की और अपने युग की साहित्यिक और सांस्कृतिक चेतना को दिशा और दृष्टि प्रदान की।
- उनके इस अतुलनीय योगदान के कारण आधुनिक हिंदी साहित्य का दूसरा युग 'द्विवेदी युग' के नाम से जाना जाता है।
- ब्रिटिश हुकूमत में इंडियन प्रेस के संस्थापक बाबू चिंतामणि घोष ने सन 1900 में सरस्वती पत्रिका का प्रकाशन आरंभ कराया था।
- आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने जनवरी 1903 से दिसंबर 1920 तक इसका संपादन किया।
- प्रमुख रचनाएँ -काव्य-मंजूषा,सुमन (1923 ई.), कान्य-कुब्ज,अबला विलाप, संपत्ति शास्त्र,महिला मोद,कविता कलाप नागरी तेरी यह दशा
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 3:
'गोदान' किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 3 Detailed Solution
'गोदान' 'प्रेमचंद' की रचना है। अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- 'गोदान' 'प्रेमचंद जी' की रचना है।
- 'प्रेमचंद जी' का वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था।
'प्रेमचंद जी' की अन्य प्रसिद्ध रचनाएँ-
उपन्यास | कहानी |
सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि। | कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी आदि। |
Additional Informationअन्य रचनाकारों की रचनाएँ-
रचनाकार | रचनाएँ |
जैनेन्द्र |
सुनीता, त्यागपत्र, कल्याणी, विवर्त, सुखदा, व्यतीत, फाँसी, वातायन, फाँसी नीलम देश की राज कन्या, एक रात, दो चिड़िया, पाजेब, जयसंधि |
अज्ञेय | शेखर - एक जीवनी, नदी के द्वीप, अपने-अपने अजनबी (उपन्यास), अरे यायावर रहेगा याद, एक बूँद सहसा उछली (यात्रा-वृत्तांत) |
नागार्जुन | अकाल और उसके बाद, बादल को घिरते देखा, तकली मेरे साथ रहेगी, सिंदूर तिलकित भाल, गुलाबी चूड़ियाँ, हिमालय की बेटियाँ |
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 4:
इंशा अल्लाह खां द्वारा कौन-सी पुस्तक लिखी गई?
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 4 Detailed Solution
सही विकल्प रानी केतकी की कहानी है। अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- इसके लेखक इंशा अल्ला खाँ थे।
- यह उर्दू लिपि में लिखी गयी थी।
- रानी केतकी की कहानी हिन्दी की प्रथम गद्य रचना मानी जाती है।
- रानी केतकी का दूसरा नाम =उदय भान चरित
- इसे हिन्दी की प्रथम कहानी भी माना जाता है ।
- यह कहानी एक प्रेम प्रसंग, युद्ध ,और जादू का मिश्रण है ।
इंशा अल्ला खाँ -
- हिन्दी साहित्यकार और उर्दू कवि थे।
- वे लखनऊ तथा दिल्ली के दरबारों में कविता करते थे।
- उन्होने दरया-ए-लतफत नाम से उर्दू का प्रथम व्याकरण की रचना की थी।
Important Points
पुस्तक | लेखक |
नहुष | बाबू गोपालचन्द्र 'गिरिधरदास' |
प्रेमसागर | लल्लू लाल |
श्रीकृष्ण चरित | तंत्रनाथ झा |
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 5:
चंद्रधर शर्मा ने किसे पुरानी हिन्दी कहकर संबोधित किया?
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 5 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 'अपभ्रंश को’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- हिन्दी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना गया है।
- सामान्यतः प्राकृत की अन्तिम अपभ्रंश अवस्था से ही हिन्दी साहित्य का आविर्भाव स्वीकार किया जाता है।
- उस समय अपभ्रंश के कई रूप थे और उनमें सातवीं-आठवीं शताब्दी से ही 'पद्य' रचना प्रारम्भ हो गयी थी।
- हिन्दी भाषा व साहित्य के जानकार अपभ्रंश की अंतिम अवस्था 'अवहट्ट' से हिन्दी का उद्भव स्वीकार करते हैं।
- चन्द्रधर शर्मा 'गुलेरी' ने इसी अवहट्ट को 'पुरानी हिन्दी' नाम दिया।
Additional Information
- संसार का सबसे प्राचीन ग्रन्थ ऋग्वेद है।
- ऋग्वेद से पहले भी संभव है कोई भाषा विद्यमान रही हो परन्तु आज तक उसका कोई लिखित रूप नहीं प्राप्त हो पाया।
- हिन्दी का विकास क्रम-संस्कृत-पालि-प्राकृत-अपभ्रंश-अवहट्ठ-प्राचीन/प्रारम्भिक हिन्दी है।
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 6:
अब तक की जानकारी के अनुसार हिन्दी भाषा में हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन का सबसे पहला प्रयास किस विद्वान् का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 6 Detailed Solution
अब तक की जानकारी के अनुसार हिन्दी भाषा में हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन का सबसे पहला प्रयास शिव सिंह सेंगर विद्वान् का है।
Key Pointsशिवसिंह सेंगर-
- हिन्दी के इतिहास लेखक थे।
- प्रमुख रचना-
- शिवसिंह सरोज (1883 ई.)
Important Pointsहिन्दी साहित्य के इतिहासकार और उनके ग्रन्थ:
- गार्सा द तासी : इस्तवार द ला लितेरात्यूर ऐंदुई ऐंदुस्तानी (फ्रेंच भाषा में; फ्रेंच विद्वान, हिन्दी साहित्य के पहले इतिहासकार)
- शिवसिंह सेंगर : शिव सिंह सरोज
- जार्ज ग्रियर्सन : द मॉडर्न वर्नाक्यूलर लिट्रेचर ऑफ हिंदोस्तान
- मिश्र बंधु : मिश्र बंधु विनोद
- रामचंद्र शुक्ल : हिन्दी साहित्य का इतिहास
- हजारी प्रसाद द्विवेदी : हिन्दी साहित्य की भूमिका; हिन्दी साहित्य का आदिकाल; हिन्दी साहित्य :उद्भव और विकास
- रामकुमार वर्मा : हिन्दी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास
- डॉ धीरेन्द्र वर्मा : हिन्दी साहित्य
- डॉ नगेन्द्र : हिन्दी साहित्य का इतिहास; हिन्दी वाङ्मय 20वीं शती
- रामस्वरूप चतुर्वेदी : हिन्दी साहित्य और संवेदना का विकास, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद, 1986
- बच्चन सिंह : हिन्दी साहित्य का दूसरा इतिहास, राधाकृष्ण प्रकाशन, नई दिल्ली।
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 7:
‘गार्सां द तासी’ का हिन्दी साहित्य के इतिहास से संबंधित ग्रंथ मूलतः किस भाषा में लिखा गया ?
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 7 Detailed Solution
‘गार्सां द तासी’ का हिन्दी साहित्य के इतिहास से संबंधित ग्रंथ मूलतः फ्रेंच भाषा में लिखा गया।
- वे फ्रांस में हिन्दुस्तानी (उर्दू-हिन्दी) के प्रोफेसर थे।
- फ्रांस में रहकर ही उन्होंने हिन्दुस्तानी की शिक्षा भी ग्रहण की थी।
- वहाँ रहकर उन्होंने फ्रेंच में हिन्दी साहित्य का पहला इतिहास लिखा, वह उस सदी का सबसे ज्यादा समृद्ध इतिहास ग्रंथ भी है।
- इसलिए गार्सां द तासी के ग्रंथ मूलतः फ्रेंच भाषा में लिखा।
अन्य विकल्प गलत हैं।
Important Pointsगार्सां द तासी की हिन्दुस्तानी और हिन्दवी में लिखी गई प्रमुख पुस्तकें -
- ले ओत्यूर ऐंदुस्तानी ऐ ल्यूर उवरज (हिन्दुस्तानी लेखक और उनकी रचनाएं)
- ल लॉग अ ल लितरेत्यूर ऐंदुस्तानी द 1850 अ 1869 (1850 से 1869 तक हिन्दुस्तानी भाषा और साहित्य)
- रुदिमाँ द ल लॉग ऐंदुई’ (हिन्दुई भाषा के प्राथमिक सिद्धांत)
- रुदिमाँ द ल लॉग ऐंदुस्तानी (हिन्दुस्तानी भाषा के प्राथमिक सिद्धांत)
Additional Informationगार्सां द तासी
- जन्म - 25 जनवरी 1794
- तासी को फ्रांस में ‘नाइट ऑफ द लिजियन ऑफ ऑनर’ और ‘स्टार ऑफ द साउथ पोल’ जैसी उपाधियों से नवाजा गया था।
‘इस्त्वार द ल लितरेत्युर ऐंदुई ऐ ऐंदुस्तानी’ (Histoire de la littérature hindoue e hindoustani)
- हिन्दुस्तानी साहित्य का सर्व प्रथम इतिहास ग्रंथ माना जाता है।
- उनका इतिहास तीन जिल्दों में है जो क्रमश: 1839, 1847 और 1871 में प्रकाशित हुआ।
- पहली और दूसरी जिल्दें फ्रांस के राजकीय मुद्रणालय में छपी थीं
- सरा संस्कण भी पेरिस से ही 1871 में प्रकाशित हुआ था।
- 1871 के संस्करण की पहली जिल्द में 1223, दूसरी जिल्द में 1200 और तीसरी जिल्द में 801 कवियों और लेखकों का विवरण है।
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 8:
देवेन्द्र सत्यार्थी संस्मरण का नाम है:
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 8 Detailed Solution
देवेन्द्र सत्यार्थी संस्मरण का नाम "रेखाएँ बोल उठी" है। अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 3)" रेखाएँ बोल उठी" सही उत्तर होगा।
Key Points
हिंदी साहित्य के क्षेत्र में संस्मरण आधुनिक काल की विधा है।
Additional Information
रचना | रचनाकार |
माटी के मूरतें | रामवृक्ष बेनीपुरी |
रेखाएँ बोल उठी | देवेन्द्र सत्यार्थी |
दीप जले शंख बजे | कन्हैया लाल मिश्र प्रभाकर |
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 9:
साहित्य के इतिहास लेखन की सबसे विकसित पद्धति है
Answer (Detailed Solution Below)
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 9 Detailed Solution
साहित्य के इतिहास लेखन की सबसे विकसित पद्धति है- विधेयवादी पद्धति
Key Pointsहिंदी साहित्य का मुख्य इतिहास है-
- ग्रन्थ-हिंदी साहित्य का इतिहास
- लेखक-रामचन्द्र शुक्ल
- प्रकाशन वर्ष-1929 ई.
- यह ग्रन्थ नागरी प्रचारिणी सभा से 'हिंदी शब्दसागर' की भूमिका के रूप में लिखा गया था।
- इस भूमिका को हिंदी साहित्य का विकास नाम दिया गया था।
- इसमें विधेयवादी पद्धति का प्रयोग किया गया है।
- इसमें रचनाकारों का विभाजन काल के अनुसार किया गया है।
Important Pointsहिंदी साहित्य के अन्य ग्रन्थकार-
ग्रन्थ | प्रकाशन वर्ष | ग्रन्थकार |
शिवसिंह सरोज | 1883 ई. | शिवसिंह सेंगर |
द माडर्न वर्नाक्यूलर लिटरेचर ऑफ हिन्दुस्तान | 1888 ई. | ग्रियर्सन |
मिश्रबन्धु विनोद | 1913 ई. | मिश्र बंधु |
हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास | 1938 ई. | रामकुमार वर्मा |
हिंदी साहित्य ली भूमिका | 1940 ई. | हजारीप्रसाद द्विवेदी |
इतिहास लेखक व ग्रंथ Question 10:
'साहित्यिक अपभ्रंश' को पुरानी हिंदी किसने कहा था?