निम्नलिखित में से कौन सा/ से कथन फजान के नियम के अनुसार सही है/हैं?

A. एक यौगिक में आयनिक बंधन होने के लिए, कम धनात्मक आवेश की आवश्यकता होती है।
B. एक घटक के लिए सहसंयोजक बंधन होने के लिए, छोटे धनायन की आवश्यकता होती है।
C. उच्च आवेश वाले छोटे धनायन में कम ध्रुवीकरण शक्ति होती है।

  1. A और B
  2. B और C
  3. A और C
  4. कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : A और B

Detailed Solution

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अवधारणा:

फजान का नियम:

  • कुछ मामलों में धनायनों और ऋणायनों के बीच कूलम्बिक आकर्षण, आयनों के विरूपण की ओर जाता है।
  • एक अणु से दूसरे अणु के कारण होने वाली इस विरूपण को ध्रुवीकरण कहा जाता है।
  • जिस सीमा तक अणु दूसरे का ध्रुवीकरण करने में सक्षम होता है, उसे उसकी ध्रुवीकरण शक्ति कहा जाता है।
  • एक अणु जिस सीमा तक ध्रुवीकृत हो सकता है, उसे उसकी ध्रुवीयता कहा जाता है।
  • आयनों के विरूपता में वृद्धि, आयनों के बीच हुई वृद्धि  इलेक्ट्रॉन घनत्व को जन्म दे सकती है और यह काफी मात्रा में सहसंयोजक आबंध की ओर जाता है।

स्पष्टीकरण:

  • एक यौगिक में आयनिक बंधन के लिए कम धनात्मक आवेश, अधिक धनायन और छोटे ऋणायन की आवश्यकता होती है।
  • एक सहसंयोजक के लिए एक सहसंयोजक बंधन, उच्च धनात्मक आवेश, कम धनायन और अधिक ऋणायन की आवश्यकता होती है।
  • उच्च आवेश वाले छोटे धनायन में अधिक ध्रुवीकरण शक्ति होती है। एक बड़ा ऋणायन अधिक ध्रुवीकरण शक्ति वाला है।

अत: कथन A, B, फजान के नियम के अनुसार सत्य हैं।

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