Question
Download Solution PDFThe most common admixture which is used to increase the initial setting time of concrete is:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFExplanation:
1. कैल्शियम क्लोराइड एक त्वरक के रूप में कार्य करता है, यह सीमेंट के स्थापन समय को कम करता है।
2. कैल्शियम सल्फेट (जिप्सम) एक रिटार्डर के रूप में कार्य करता है, यह सीमेंट की स्थापन समय बढ़ाता है।Additional Information
अन्य प्रकार के अधिमिश्रण निम्नानुसार हैं:
प्लास्टिसाइज़र |
प्लास्टिसाइज़र कार्बनिक और अकार्बनिक पदार्थ का मिश्रण है जो W/C अनुपात में समान सुकार्यता में कमी की अनुमति देता है या एक ही W/C अनुपात में उच्च व्यावहारिकता सुनिश्चित करता है। उदाहरण: लिग्नोसल्फोनेट,पाॅलीग्लायकाॅल एस्टर, कार्बोहाइड्रेट्स, हाइड्रोक्सीलेटेड कार्बोक्सिलिक एसिड |
अति-प्लास्टिसाइज़र |
अति प्लास्टिसाइज़र अपनी क्रिया के संबंध में प्लास्टिसाइज़र के समान है लेकिन रासायनिक प्रतिक्रिया में वे भिन्न हैं। उदाहरण: संशोधित लिग्नोसल्फोनेट, सल्फोनेटेड मैलेनी फॉर्मल्डिहाइड (SMF), सल्फोनेटेड नेफ़थलीन फॉर्मल्डिहाइड |
मंदक |
मंदक वह अधिमिश्रण हैं जो जलयोजन की रासायनिक प्रतिक्रिया को धीमा कर देता है ताकि सांद्रता की तुलना में अधिक अवधि के लिए सांद्रता प्लास्टिक और सुकार्य करने योग्य रह सके जिसमें मंदक जोड़ा नहीं गया है। उदाहरण: कैल्शियम सल्फेट, टार्टरिक एसिड, स्टार्च, चीनी, सेलूलोज़ |
त्वरक |
ये वे अधिमिश्रण हैं जो कंक्रीट में क्षमता के विकास की दर में वृद्धि करते हैं। उदाहरण: कैल्शियम क्लोराइड, सिलिकेट्स, फ़्लोसिलिकेट, आदि।. |
वायुग्राही अधिमिश्रण |
ये अधिमिश्रण के प्रकार हैं, जो गिट्टी के रिक्ति के बीच असंख्य वायु बबल फंसे है, जो लचीले वाॅल बेयरिंग के रूप में कार्य करता है जो स्लिप एक दूसरे के ऊपर से गुजरती है जिससे कंक्रीट के गुणधर्मों सुकार्यता, तुषार क्रिया, पृथक्करण,निस्त्रवण के संबंध में संशोधित किया जाता है। उदाहरण: प्राकृतिक लकड़ी के राल, पौधे और पशु वसायुक्त तेल, स्टीयरिक एसिड, ओलिक एसिड, हाइड्रोजन पेराॅक्साइड, एल्यूमीनियम पाउडर |
Last updated on Mar 26, 2025
-> UKPSC JE Notification for 2025 will be out soon!
-> The total number of vacancies along with application dates will be mentioned in the notification.
-> The exam will be conducted to recruit Junior Engineers through Uttarakhand Public Service Commission.
-> Candidates with an engineering diploma in the concerned field are eligible.
-> The selection process includes a written exam and document verification. Prepare for the exam with UKPSC JE Previous Year Papers.