Question
Download Solution PDFयदि कैथोड किरण ट्यूब में लागू वोल्टेज V है तो कैथोड किरण की गति क्या होगी? (m = इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान और e = इलेक्ट्रॉन पर आवेश)
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFअवधारणा:
कैथोड किरणें:
- कैथोड किरणें एक निर्वहन ट्यूब में कैथोड से एनोड तक जाने वाले उच्च गति वाले ऋण आवेशित कणों की धारा हैं।
कैथोड किरणों के गुणधर्म:
- कैथोड किरणें एक सरल रेखा में गमन करती हैं।
- ये तेजी से गतिमान इलेक्ट्रॉनों की धाराएं हैं।
- कैथोड किरणें उस पदार्थ को गर्म करती हैं जिस पर वे गिरती हैं।
- निर्वहन ट्यूब में कैथोड किरणें गैस के आयनीकरण के कारण उत्पन्न होती हैं और कैथोड द्वारा धन आयनों की टक्कर के कारण उत्सर्जित होती हैं।
- कैथोड किरणें सामान्य रूप से कैथोड सतह से उत्सर्जित होती हैं। उनकी दिशा एनोड की स्थिति से स्वतंत्र होती है।
- कैथोड किरणों को विद्युत क्षेत्र और चुंबकीय क्षेत्र द्वारा भी विक्षेपित किया जा सकता है।
- कैथोड किरणें उन गैसों को आयनित करती हैं जिनसे वे गुजरती हैं।
- कैथोड किरणें धातु की पतली पन्नी को भेद सकती हैं।
- जब इलेक्ट्रॉन पुंज कैथोड से एनोड तक त्वरित होता है तो इसकी स्थितिज ऊर्जा में हानि एनोड पर गतिज उर्जा के लाभ के रूप में प्रकट होती है। ।
- इसका वेग लागू वोल्टेज पर निर्भर है,
जहाँ, v = कैथोड किरण का वेग, e = इलेक्ट्रॉन पर आवेश (1.6×10-19 C), m = इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान (9.1×10-31 kg), और V = लागू वोल्टेज
व्याख्या:
- हम जानते हैं कि कैथोड किरण की गति इस प्रकार दी जाती है,
- अतः विकल्प 1 सही है।
Last updated on Jul 4, 2025
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